Friday, July 10, 2020

"जीवन मोती : Life Pearl"

hindi poetry on life

"जीवन मोती : Life Pearl"
"जीवन मोती : Life Pearl"
"जीवन मोती : Life Pearl" (hindi poetry)

" जीवन मोती : Life Pearl "
चुकता ही जाता है
जीवन सोने में  
देखो
हरी घास पर
मोती सी बूदें 
नंगे पाओं से चलकर 
थोड़ा मस्तिष्क को ठंडा कर लें
क्यों न थोड़ा कम सो लें

दूर क्षितिज पर लालिमा खड़ी
बगुलों की कतारें, दर्शन को निकली 
चिड़ियों ने सुबह के राग छेड़े हैं 
बस ब्रम्ह रूप आते ही हैं अब 
क्यों नतमस्तक कर 
अपने जीवन को रोशन कर लें 
थोड़ा कम सो लें

उषा की यह पहली किरण 
हो सकता है अंतर्मन में 
राग-रंग, रसगान, नृत्य भर,
मन के काले पर्दों को धो डाले
जीवन की बाती का तेल 
चुकता ही जाता है  सोने में
तो क्यों
थोड़ा कम सो लें


तुराज




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